The Basic Principles Of jokes in hindi
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मैं बचपन से इतना प्रतिभाशाली रहा हूँ कि
लड़की – परसो मै तुम्हे राखी बांधने आयी थी,
रिक्शेवालों के कभी अच्छे दिन नहीं आयेंगे…
मेरेज के बाद पहली बार बहू रसोई में गई और रेसिपी बुक में पढ़कर खाना बना रही थी ।
अब और परफ्यूम मत लगाओ तुम्हे जरुरत है नहाने की.
लड़की की विदाई के वक्त मां-बाप से ज्यादा तो
मैं इसे दहेज में नहीं लाई थी, खुद ही चुप करा लो.
लड़का (हड़बड़ी में): देख रहा हूँ कि अगर तुम मेरी अम्मा here होती तो मैं भी सुन्दर होता..!
पत्नी गुस्से से: तुम्हे पता है कि मै तुम्हे “जान” क्यों बोलती हूँ?
रजनीकांत – “रहने दो… इससे तो अच्छा है कि मै पैदल ही चला जाऊँ,”
अब तो सच बता ये अलग दिखने वाला किसका है?
एक बार भगवान् ने एक here आदमी से सवाल किया “तेरी ईच्छा क्या है”
जिसकी सहायता से आप दीवार के आर-पार देख सकते हैं…
एक औरत ने गुस्से से कहा – “फेका होगा किसी कुत्ते के बच्चे ने !”